एक मृत कातिल-2
हमें हैलिकॉपटर पर बैठाकर
वैलिंगटन से पिट्सबर्ग ले जाया गया । दो दिन बाद मैं नहाकर बाहर निकला और टेलिविज़न
खोलकर न्यूज़ देखने बैठा । न्यूज़ में वेलिंगटन
कि तबाही प्रकाशित की
गई थी । हज़ारों लोग उस वायरस
कि चपेट में आ गए थे ।
जैसा की आप को मैने बताया
की यह वायरस इंसानी शरीर
में पहुंचते हीं उन्हे भी चलते-फिरते
लाशें बना देते । इस वायरस पर काबू करना लगभग
नामुम्किन लग रहा था ।
इसलिए वेलिंगटन सरकार ने उस शहर का न्यूक्लियर बम से सफाया करने का निर्श दे दिया और उस शहर का विनाश कर दिया गया । उसमें कुछ लोग
और सभी मुर्दे मारे गए ।
मैं जब पिट्सबर्ग आया
तभी मेरी मुलाकात निकोलस नामक व्यक्ति से हुई । वह पिट्सबर्ग सेना में सेवानिवृत था
।
उसके शरीर का ढाँचा उसकी
पेशा बताती थी । तबाही के एक महीने बाद , छह बजे वह मेरे घर आया और मुझे अपने साथ चलने को कहा । मैनें पूछा की मामला क्या है । उसने कहा की
आग वेलिंगटन से पिट्सबर्ग
पहुँच गया है । मुझे समझने में देरी नहीं लगी कि वेलिंगटन का वायरस पिट्सबर्ग में भी
दस्तक दे चुका है ,
लेकिन वह कैसे पिट्सबर्ग
पहुँचा , किसने उसे यहाँ लाया , क्या वेलिंगटन में वायरस कोई साज़िश थी ।
stay tooned because the dead
killer part 3 the ultimate part will be published on sunday afternoon at
11:30 according to indian gmt
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