संसद और कुत्ता
शरदकालिन अधिवेशन अटैंड करने के लिए
जैसे हीं "भैया जी" सदन में जाने लगे
तो अपने पालतू कुत्ते को भी
सदन में ले जाने लगे
तभी दरबान ने उन्हें टोका
कुत्ते को सदन में ले जाने से रोका
बोला ,"श्रीमान् जी कम से कम
मेरी नौकरी पे तो रहम खाइये
इस कुत्ते को सदन मत ले जाइये
और फिर वहाँ एक भी तो
कुर्सी खाली नहीं है
यह बेचारा ठीक से बैठ भी
नहीं पाएगा
और नियम के अनुसार ,एक "पास" पर
एक समय में केवल एक हीं जायेगा ।
इतना सुनते हीं तो भैयाजी को गुस्सा आ गया
वो बोला
हम बाहर रहते हैं इसे अंदर जाने दो
वो बोला भला क्यों
यह कम्बख्त को पूंछ हिलाने नहीं आता
हमारे साथ बैठेगा
कम से कम इतना तो सीख जाएगा
शरदकालिन अधिवेशन अटैंड करने के लिए
जैसे हीं "भैया जी" सदन में जाने लगे
तो अपने पालतू कुत्ते को भी
सदन में ले जाने लगे
तभी दरबान ने उन्हें टोका
कुत्ते को सदन में ले जाने से रोका
बोला ,"श्रीमान् जी कम से कम
मेरी नौकरी पे तो रहम खाइये
इस कुत्ते को सदन मत ले जाइये
और फिर वहाँ एक भी तो
कुर्सी खाली नहीं है
यह बेचारा ठीक से बैठ भी
नहीं पाएगा
और नियम के अनुसार ,एक "पास" पर
एक समय में केवल एक हीं जायेगा ।
इतना सुनते हीं तो भैयाजी को गुस्सा आ गया
वो बोला
हम बाहर रहते हैं इसे अंदर जाने दो
वो बोला भला क्यों
यह कम्बख्त को पूंछ हिलाने नहीं आता
हमारे साथ बैठेगा
कम से कम इतना तो सीख जाएगा
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